तुम खुद अपना खयाल रख लेना.........! Hindi love poem

ये जो फिज़ा है ना "जान",
इसमेंं मोहब्बत बसि है.......!

उसे तुम मुझे याद कर के,
अपनी सांसों में भर लेना........!

चाहो जो अगर मेरे पास तुम आना,
तो चुपके से तुम इसे बता देना.......!

ये बहते हुए जब मुझतक आएगी,
तब तक तुम थोड़ी राहत पा लेना........!

मैं इसके संग मोहब्बत का तोहफा भेजूंगा,
तुम उसे अपने लबों पे सजा लेना..........!

मिल ना पाऊं तो भी तुम्हारा इंतज़ार करूंगा,
तुम भी अपने दिल को थोड़ा समझा लेना........!

हर रोज सुबह एक नया दिन साथ लाती है,
तुम बिते लम्हों को याद कर थोड़ा मुस्कुरा लेना.........!

मोहब्बत पे अपनी ए जान तुम यकिन रखना,
जबतक मिल ना पाऊं तुम खुद अपना खयाल रख लेना.........!


प्रभात........

तेरा मेरा साथ रहे 👫

Comments

Popular posts from this blog

"माँ" के लिए मैं क्या लिखूं....? माँ ने तो खुद मुझे लिखा है.....Hindi suvichar

चढाऊँ क्या तुझे भगवन.....?? प्रार्थना सुबह की....

डर लगता है तुझे खोने से......!!! ( Dar lagta hai tujhe khone se..!!)Hindi love poem